संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंग
संयुक्त राष्ट्र संघ –
संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations – UN) की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद विश्व में शांति, सुरक्षा बनाए रखने और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से की गई। इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित है। इसके संस्थापक सदस्य 51 देश थे, जो अब बढ़कर 193 हो गए हैं। इसका चार्टर 26 जून 1945 को सैन फ्रांसिस्को सम्मेलन में तैयार हुआ। संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख अंगों में महासभा, सुरक्षा परिषद, आर्थिक एवं सामाजिक परिषद, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय, सचिवालय और न्यासी परिषद शामिल हैं। 24 अक्टूबर को प्रतिवर्ष संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र के 6 प्रमुख अंग:
- महासभा (General Assembly)
- सुरक्षा परिषद (Security Council)
- आर्थिक और सामाजिक परिषद (Economic and Social Council – ECOSOC)
- अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice – ICJ)
- सचिवालय (Secretariat)
- न्यास परिषद (Trusteeship Council)
महासभा (General Assembly)
महासभा संयुक्त राष्ट्र का मुख्य सलाहकारी और प्रतिनिधि निकाय है। इसमें सभी सदस्य राष्ट्र शामिल होते हैं। प्रत्येक देश को एक वोट का अधिकार प्राप्त होता है।
मुख्य विशेषताएं:
- महासभा का सत्र प्रत्येक वर्ष सितंबर में न्यूयॉर्क में आयोजित होता है।
- प्रत्येक सदस्य राष्ट्र का एक मत होता है, भले ही उसकी जनसंख्या या क्षेत्रफल कितना भी हो।
- महासभा के निर्णय सामान्य बहुमत या दो-तिहाई बहुमत से लिए जाते हैं।
कार्य:
- शांति और सुरक्षा से जुड़े विषयों पर चर्चा करना।
- संयुक्त राष्ट्र का बजट स्वीकृत करना।
- नए सदस्य देशों की स्वीकृति देना।
- मानवाधिकार, सामाजिक विकास, शरणार्थियों आदि से जुड़े मुद्दों पर संकल्प पास करना।
सुरक्षा परिषद (Security Council)
सुरक्षा परिषद का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना है। इसके पास संयुक्त राष्ट्र के सबसे प्रभावशाली निर्णय लेने की शक्ति होती है।
सदस्य संख्या:
- कुल 15 सदस्य:
- 5 स्थायी सदस्य (अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन) जिनके पास वीटो (Veto) अधिकार होता है।
- 10 अस्थायी सदस्य, जो दो साल के लिए चुने जाते हैं।
मुख्य विशेषताएं:
- स्थायी सदस्य किसी भी प्रस्ताव को वीटो कर सकते हैं, अर्थात् वे प्रस्ताव को अस्वीकार कर सकते हैं।
- सुरक्षा परिषद के निर्णय सभी सदस्य देशों के लिए बाध्यकारी होते हैं।
सुरक्षा परिषद कार्य:
- युद्ध और संघर्षों को रोकने के लिए उपाय करना।
- शांति सेना (Peacekeeping Forces) भेजना।
- अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध लगाना।
- शस्त्र नियंत्रण की निगरानी करना।
आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC)
परिभाषा:
यह अंग आर्थिक, सामाजिक और मानवीय मुद्दों पर काम करता है। यह विश्व के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है।
सदस्य:
- कुल 54 सदस्य देश।
- सदस्य तीन वर्षों के लिए चुने जाते हैं।
मुख्य विशेषताएं:
- यह अंग वैश्विक विकास के मुद्दों पर नीति निर्माण करता है।
- विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों जैसे WHO, UNESCO, UNICEF आदि से समन्वय करता है।
कार्य:
- गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य, मानवाधिकार जैसे क्षेत्रों में कार्य करना।
- वैश्विक आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना।
- सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की निगरानी करना।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ)
परिभाषा:
ICJ संयुक्त राष्ट्र का मुख्य न्यायिक अंग है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बनाया गया है।
मुख्यालय: हेग (नीदरलैंड)
सदस्य:
- 15 न्यायाधीश, जिन्हें 9 वर्षों के लिए महासभा और सुरक्षा परिषद द्वारा चुना जाता है।
मुख्य विशेषताएं:
- इसका निर्णय बाध्यकारी होता है यदि संबंधित पक्षों ने इसका अधिकार स्वीकार किया हो।
- यह कानूनी परामर्श भी प्रदान करता है।
कार्य:
- देशों के बीच सीमा विवादों का समाधान करना।
- समुद्री क्षेत्र, वाणिज्य, कूटनीतिक अधिकारों आदि से जुड़े मामलों का निपटारा करना।
- संयुक्त राष्ट्र के अंगों को विधिक सलाह देना।
सचिवालय (Secretariat)
सचिवालय संयुक्त राष्ट्र का कार्यकारी अंग है, जो संगठन के दैनिक कार्यों का संचालन करता है।
मुख्य विशेषताएं:
- इसका प्रमुख ‘संयुक्त राष्ट्र महासचिव’ होता है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर UN का चेहरा माना जाता है।
- महासचिव का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।
कार्य:
- संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रमों को लागू करना।
- विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय करना।
- रिपोर्ट तैयार करना और संयुक्त राष्ट्र के अन्य अंगों को सहायता देना।
- वैश्विक स्तर पर मध्यस्थता और कूटनीति में भाग लेना।
महासचिव: वर्तमान में (2025 में) एंटोनियो गुटेरेस महासचिव हैं।
न्यास परिषद (Trusteeship Council)
संरक्षक परिषद का मुख्य उद्देश्य उपनिवेशों और गैर-स्वशासी क्षेत्रों को स्वतंत्रता दिलाना और उनके प्रशासन की देखरेख करना था।
मुख्य विशेषताएं:
- अब इस परिषद का कार्य समाप्त हो चुका है क्योंकि सभी संरक्षित क्षेत्रों को स्वतंत्रता मिल चुकी है।
- 1994 में पालाऊ (Palau) को स्वतंत्रता मिलने के बाद संरक्षक परिषद निष्क्रिय हो गई है।
- परिषद अब केवल आवश्यकता पड़ने पर बैठक कर सकती है।
निष्कर्ष –
संयुक्त राष्ट्र संघ के ये छह प्रमुख अंग मिलकर विश्व में शांति, सुरक्षा, मानवाधिकार, सामाजिक-आर्थिक विकास और कानून के शासन को स्थापित करने का प्रयास करते हैं। महासभा विचार-विमर्श का मंच है, सुरक्षा परिषद शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी संभालती है, ECOSOC आर्थिक-सामाजिक विकास को बढ़ावा देता है, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय न्याय सुनिश्चित करता है, सचिवालय संगठन के कार्यों का संचालन करता है और संरक्षक परिषद उपनिवेशवाद के अंत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी है।
आज के वैश्विक युग में संयुक्त राष्ट्र का महत्व और भी बढ़ गया है क्योंकि यह संगठन अंतरराष्ट्रीय समस्याओं के समाधान के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान करता है।