मोठ की कढ़ी बनाने की रेसिपी || moth ki kadhi recipe in Hindi

मोठ की कढ़ी बनाने की रेसिपी || moth ki kadhi recipe in Hindi

मोठ की कढ़ी moth ki kadhi recipe in Hindi – भारत में कढ़ी सभी जगहों पर खाई जाती है। यह खाने में बेहद स्वाद लगती है। यह राजस्थान की प्रसीद सब्जी है। यहाँ कोई सब्जी नहीं होने पर घरो में कढ़ी ही बनाई जाती है। कढ़ी बनाने के लिए सभी सामग्री घर में ही मिल जाती है। कढ़ी एक दिन तक खराब नहीं होती है। हर कोई सब्जी मौसम के हिसाब से आती है पर कढ़ी हम किसी भी मौसम में बना सकते है। यह बनाने में आसान और शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होती है। यह खटी छाछ से बनाई जाती है। तो आइये जानते है की देसी तरीके से कढ़ी कैसे बनाते है।

बाजरे के आटे और मोठ की कढ़ी बनाने के लिए सामग्री

मोठ – 1/2 कप(भिगोकर)

तेल – 4 छोटा चम्मच

कढ़ी पता – 5-7

जीरा – 1/4 छोटा चम्मच

राई – 1/2 छोटा चम्मच

दाना मेथी – 1/2 छोटा चम्मच

लहसुन – 6 कलियां

छाछ – 1 लीटर

बाजरे का आटा – 1/2 कप

लाल मिर्च पाउडर – 2 छोटा चम्मच

हल्दी पाउडर – 1 छोटा चम्मच

धनिया पाउडर – 1 छोटा चम्मच

नमक स्वादानुसार

हरी मिर्च – 5

प्याज – 1 छोटा

पानी – 1 कप

कसूरी मेथी – 1 छोटा चम्मच

कढ़ी बनाने के लिए सामग्री तैयार करने का तरीका

कढ़ी बनाने के लिए सबसे पहले हम एक भगोना लेंगे और इसमें बाजरे के आटा और छाछ डालकर इसका हाथ से बढ़िया घोल बना लेंगे इसमें एक भी आटे की गांठ नहीं रहने दे। मोठ को चार-पांच घंटे पहले भिगो दे। अगर आपको जल्दबाजी में कढ़ी बनानी है तो मोठ के जितना पानी डालकर कुकर में तीन सिटी आने तक उबाल ले। और कुकर से बाहर निकालकर साफ पानी से एक बार धो ले। लहसुन को ओखली से कूट ले। प्याज और हरी मिर्च को बारीक काट ले। कसूरी मेथी को रगड़कर बारीक़ कर ले।

बाजरे के आटे और मोठ की कढ़ी बनाने की विधि

कढ़ी बनाने के लिए एक कढ़ाई लेंगे और गैस चालू करके कढ़ाई को गैस के ऊपर रख देंगे। गैस की तेज आंच पर कढ़ाई में तेल डालकर गर्म होने देंगे। अब इसमें जीरा, राई, दाना मेथी और कढ़ी पता डालकर थोड़े तले। अब इसमें हरी मिर्च, प्याज, लहसुन और मोठ डालकर दो मिनट तले। अब इसमें लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर धनिया पाउडर और नमक डालकर दो मिनट तलने के बाद इसमें पानी डाल दे। अब पानी पूरा सोखने के बाद गैस की आंच धीमी करके इसमें तैयार घोल डालकर चम्मच की सहायता से लगतार हिलाते रहे की जब तक कढ़ी के चार-पांच उबाल नहीं आ जाते। शुरुआत में घोल को लगतार नहीं हिलाने पर कढ़ी फट जाती है। अब कढ़ी को अच्छे से पकने दे की जब तक वो गाडी ने हो जाये अब इसमें कसूरी मेथी डालकर थोड़ी देर बाद गैस बंद कर दे। लो सा देसी तरिके से कढ़ी बनकर तैयार है। जो खाने में बहुत स्वादिष्ट है।

मोठ की कढ़ी खाने से फायदे

बाजरे के आटे और मोठ की कढ़ी खाने से हमारे शरीर में कई सारे फायदे होते है। कढ़ी में ज्यादा मात्रा में आयरन होने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है। जिससे हमारा शरीर मजबूत होता है। बाजरे और मोठ में भी कई पौष्टिक तत्व पाए जाते है। कढ़ी में बैक्टीरिया होने से हमारी पाचन क्रीया मजबूत होती है। इसे खाने से काफी समय तक भूख नहीं लगती है। और गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसी कई परेशानिया दूर होती हैं। शहरों में लोग सूफ पीते है लेकिन हमारे राजस्थान में इसे ही सूफ माना जाता है कढ़ी सूफ जितनी ही गुणकारी होती है। गर्भावस्ता में कढ़ी फायदेमंद होती है। छाछ में भी प्रोटीन, कैल्शियम, और फ़ॉस्फ़ोरस होता है यह शरीर के लिए फादेमंद है।

कढ़ी खाने से नुकसान

बाजरे के आटे और मोठ की कढ़ी खाने से लम्बे समय तक खाने से कुछ नुकसान भी होते है। पाचन तंत्र का संतुलन बिगड़ जाता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। दवाई ले रहे व्यक्ति को कढ़ी नहीं खानी चाहिए। एलर्जी होने वाले व्यक्ति को कढ़ी नहीं खानी चाहिए। बच्चा होने के बाद माँ को थोड़े दिन तक कढ़ी का सेवन नहीं करना चाहिए।

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