श्रीलंका में जातीय संघर्ष और लोकतंत्र ||

श्रीलंका में जातीय संघर्ष और लोकतंत्र प्रस्तावना: श्रीलंका एक द्वीप राष्ट्र है जहाँ मुख्य रूप से दो जातीय समूह रहते हैं — सिंहली और तमिल। इन दोनों समुदायों के बीच वर्षों से संघर्ष चला आ रहा है, जो श्रीलंका के लोकतांत्रिक ढांचे और सामाजिक एकता को चुनौती देता रहा है। श्रीलंका का जातीय और सांस्कृतिक … Read more

नेपाल में राजशाही और लोकतंत्र || समकालीन दक्षिण एशिया

नेपाल में राजशाही और लोकतंत्र परिचय नेपाल एक हिमालयी देश है, जिसका राजनीतिक इतिहास काफी दिलचस्प और जटिल रहा है। यहाँ पहले राजशाही (मोनार्की) का शासन था, जो बाद में लोकतंत्र में परिवर्तित हुआ। नेपाल के राजनीतिक इतिहास में राजशाही और लोकतंत्र के बीच संघर्ष और समायोजन की लंबी प्रक्रिया रही है। यह नोट्स नेपाल … Read more

पाकिस्तान और बांग्लादेश में सेना और लोकतंत्र || समकालीन दक्षिण एशिया

समकालीन दक्षिण एशिया पाकिस्तान और बांग्लादेश में सेना और लोकतंत्र भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान और बांग्लादेश में लोकतांत्रिक विकास की प्रक्रिया भारत से काफी भिन्न रही है। जहाँ भारत में स्वतंत्रता के बाद से लोकतंत्र मजबूत होता गया, वहीं पाकिस्तान और बांग्लादेश में लोकतंत्र को बार-बार सैन्य हस्तक्षेप का सामना करना पड़ा। इन देशों … Read more

समकालीन दक्षिण एशिया || Contemporary South Asia ||

समकालीन दक्षिण एशिया प्रस्तावना: दक्षिण एशिया विश्व के प्रमुख क्षेत्रों में से एक है, जिसमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान और मालदीव जैसे देश शामिल हैं। यह क्षेत्र ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज दक्षिण एशिया कई अवसरों और चुनौतियों का क्षेत्र है, जहां विभिन्न देशों के आपसी संबंधों … Read more

सत्ता के समकालीन केंद्र || उभरती शक्तियों के रूप में जापान और दक्षिण कोरिया ||

उभरती शक्तियों के रूप में जापान और दक्षिण कोरिया भूमिका: विश्व राजनीति और वैश्विक अर्थव्यवस्था में उभरती शक्तियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती जा रही है। जापान और दक्षिण कोरिया दो ऐसे देश हैं जो अपने आर्थिक, तकनीकी, और सांस्कृतिक विकास के कारण वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली भूमिका निभा रहे हैं। इन दोनों देशों ने … Read more

सत्ता के समकालीन केंद्र || चीन का एक आर्थिक शक्ति के रूप में उदय ||

सत्ता के समकालीन केंद्र || चीन का एक आर्थिक शक्ति के रूप में उदय || चीन का एक आर्थिक शक्ति के रूप में उदय (The Rise of China as an Economic Power) भूमिका: 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध और 21वीं शताब्दी की शुरुआत में चीन ने विश्व मंच पर तेजी से एक उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति … Read more

सत्ता के समकालीन केंद्र || दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संघ – आसियान ||

सत्ता के समकालीन केंद्र – दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संघ – (आसियान )   दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संघ – आसियान (Association of Southeast Asian Nations) प्रस्तावना: आसियान (ASEAN) का पूर्ण रूप है Association of Southeast Asian Nations अर्थात दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संघ। यह एक क्षेत्रीय संगठन है जिसकी स्थापना का उद्देश्य दक्षिण-पूर्व एशियाई … Read more

सत्ता के वैकल्पिक केंद्र: यूरोपीय संघ || European Union ||

सत्ता के वैकल्पिक केंद्र: यूरोपीय संघ European Union Class 12 Political Science in Hindi यूरोपीय संघ प्रस्तावना: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद वैश्विक शक्ति संतुलन में व्यापक बदलाव हुए। शीत युद्ध की समाप्ति के बाद दुनिया बहुध्रुवीय सत्ता संरचना की ओर बढ़ने लगी, जिसमें विभिन्न शक्तिशाली क्षेत्रों का उदय हुआ। यूरोपीय संघ (European Union – … Read more

द्विध्रुवीयता का अंत || भारत के रूस और अन्य साम्यवादी देशों से संबंध ||

भारत के रूस और अन्य साम्यवादी देशों से संबंध “विश्व राजनीति में नई संस्थाएँ” विषय के अंतर्गत रूस, बाल्कन राज्य, मध्य एशियाई राज्य, तथा रूस और अन्य साम्यवादी देशों के साथ भारत के संबंधों के संक्षिप्त एवं महत्वपूर्ण बिंदु दिए जा रहे हैं: विश्व राजनीति में नई संस्थाएँ रूस (पूर्व सोवियत संघ) 1991 में सोवियत … Read more

द्विध्रुवीयता का अंत || शॉक थेरेपी और उसके परिणाम ||

द्विध्रुवीयता का अंत: शॉक थेरेपी और उसके परिणाम शॉक थेरेपी क्या है? शॉक थेरेपी (Shock Therapy) “आघात पहुंचाकर उपचार करना” एक आर्थिक सुधार प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य किसी देश की समाजवादी (Socialist) या केंद्रीयकृत (Centrally Planned) अर्थव्यवस्था को तेजी से पूंजीवादी (Capitalist) और मुक्त बाजार (Free Market) अर्थव्यवस्था में बदलना होता है। इस नीति का … Read more